tag:blogger.com,1999:blog-8072088894214956847.post7581366699344147124..comments2023-07-09T08:47:05.835-07:00Comments on लोकविमर्श: लोकविमर्शhttp://www.blogger.com/profile/15174332880753321155noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8072088894214956847.post-76883804737262136812015-09-25T10:15:11.198-07:002015-09-25T10:15:11.198-07:00रविन्द्र जी लगातार हिंदी कविता के प्रति अपनी रंगमय...रविन्द्र जी लगातार हिंदी कविता के प्रति अपनी रंगमय कला को समर्पित किये हुए हैं , पुनेठा जी द्वारा लिया गया यह interview उनके श्रम का जरूरी सम्मान है . Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8072088894214956847.post-87845242802798310492015-09-24T23:22:30.777-07:002015-09-24T23:22:30.777-07:00कुंवर रवीन्द्र जी का चित्रों एवं कविता के बारे में...कुंवर रवीन्द्र जी का चित्रों एवं कविता के बारे में विचार बहुत पसंद आए।चित्र और कविता दोनों को एक साथ लेकर चलने जैसा कार्य वे जिस बखूबी से कर लेते हैं वैसा गुण बहुत कम लोगों में ही मिलता है।मेरे मन में उनके कार्य को लेकर अपार श्रद्धा है।Anand Guptahttps://www.blogger.com/profile/04091772362573040807noreply@blogger.com