शुक्रवार, 24 अक्तूबर 2014

जनवादी लेखक संघ बाँदा के उत्साही नवयुवक साथियों के सामूहिक प्रयासों से ,जनवादी विचारों व जनवादी साहित्य को जन जन तक प्रचारित करने के लिए "लोकविमर्श" पत्रिका के प्रकाशन का निर्णय लिया गया है|यह पत्रिका इंटरनेट में ब्लॉग के रूप में भी हर सप्ताह अपडेट होगी ,ब्लॉग में प्रकाशित सामग्री का प्रकाशन "लोकविमर्श" पत्रिका  में किया जायेगा |पत्रिका का विस्तृत मसौदा शीघ्र जारी किया जायेगा |
                   लोकविमर्श पत्रिका और ब्लॉग नए लेखन के प्रति पूर्णत; समर्पित हैं |हमारा उद्देश्य नए लेखन की खोज और उसका प्रकाशन है ,नए लेखन पर वरिष्ठ कवियों ,लेखकों, द्वारा परिचर्चा का आयोजन कर उनके लेखन का पूर्ण सम्मान करते हुए युवाओं में जनपक्षीय चेतना का व्यापक प्रसार करना है |अपने आस-पास के परिवेश के प्रति संवेदनशील,लोकतान्त्रिक मूल्यों के प्रति समर्पित युवा रचना कारों की "यथार्थवादी" रचनाओं का स्वागत है |हम चाहतें हैं की ऐसे रचनाकार जिनका लेखन अभी तक प्रकाशित नहीं हो सका ,जिनके लेखन पर अभी तक चर्चा नहीं हो सकी वो हमसे जुड़ें हम नए लेखन के प्रचार प्रसार हेतु प्रतिबद्ध हैं|
                       हम चाहतें है की वो पाठक जो किसी कृति के या रचना के प्रति अपनी निजी राय रखतें हैं जो किसी कवि/लेखक के सम्बन्ध में कुछ कहना चाहतें हैं वो भी अपनी राय हमें भेज सकते हैं हम लेखन और पाठकीय अभिमत दोनों का प्रकाशन करेंगे |क्योंकि हमारा मानना है की निष्पक्ष पाठकीय अभिमत ही किसी रचना का श्रेष्ठ समालोचन है |अत: वाद, विवाद , संवाद की स्वस्थ परम्परा का निर्वहन करते हुए सभी युवा साथी  संवाद के इस "लोकधर्मी"  मंच से जुड़ें और साहित्य की जनपक्षीय  परम्परा को आगे बढ़ाते हुए जनवादी लेखन को जन जन तक पहुँचाने में सहयोग करें -----------

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